दिल कि लिखें तो कहां लिखें ...यहां लिखें कि वहां लिखें ..हमारी कलम में अगर हो स्याही किसी और की, तो फिर लिखें तो क्या लिखें।
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मौत के बाद पहला इन्टरव्यू नमस्कार, मैं ऋषिराज आज आपको एक ऐसा इन्टरव्यू पढाने जा रहा हूं जो अपने आप में नये किस्म का हैं। मैने मर चुके दल...
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“ देश में जनता को मतदान के अधिकार के साथ-साथ कई और मौलिक अधिकारों से लैस होना जरुरी है क्योंकि सत्ता की कमान जनता के हाथ में है इस ...
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तो एजेंडा क्या है ? एजेंडा का पता नहीं लेकिन हर कोई इस होड़ में जरूर है कि वो या तो सत्ता के सबसे करीबी के तौर पर जाना माना जाए या फिर ...




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